वैश्वीकरण और भारतीय राष्ट्रीय राजनीति: एक विष्लेषणात्मक अध्ययन

Authors

  • पूनम दत्ता and डाॅ. संजीव कुमार बंसल

Abstract

21वीं सदी में वैश्वीकरण एक अत्यंत प्रभावशाली प्रक्रिया के रूप में उभरा है, जिसने विश्व की राजनीति, अर्थव्यवस्था, संस्कृति एवं समाज के समस्त आयामों को गहराई से प्रभावित किया है। भारत, एक विकासशील लोकतांत्रिक राष्ट्र होने के नाते, वैश्वीकरण की इस प्रक्रिया से अछूता नहीं रहा है। इस शोध पत्र में वैश्वीकरण के प्रभावों का विश्लेषण भारतीय राष्ट्रीय राजनीति के परिप्रेक्ष्य में किया गया है। विशेष रूप से यह अध्ययन राजनीतिक नीतियों, चुनावी प्रक्रियाओं, राजनीतिक दलों की रणनीतियों, राष्ट्रीय संप्रभुता, एवं लोककल्याणकारी राज्य की अवधारणा पर वैश्वीकरण के प्रभाव को रेखांकित करता है।

 

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Published

2007-2025

How to Cite

पूनम दत्ता and डाॅ. संजीव कुमार बंसल. (2025). वैश्वीकरण और भारतीय राष्ट्रीय राजनीति: एक विष्लेषणात्मक अध्ययन. International Journal of Economic Perspectives, 18(3), 61–69. Retrieved from https://ijeponline.com/index.php/journal/article/view/1023

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