राजस्थान में वस्त्र उद्योग का सामाजिक-आर्थिक योगदान: भीलवाड़ा जिले के विषेष संदर्भ में
Abstract
राजस्थान का वस्त्र उद्योग राज्य की औद्योगिक अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ है। विशेषकर भीलवाड़ा जिला, वस्त्र उत्पादन और निर्यात के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी स्थान रखता है। यह उद्योग न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है बल्कि सामाजिक स्तर पर भी बड़े पैमाने पर प्रभाव डालता है। इसने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया है, महिला श्रमिकों को आजीविका उपलब्ध कराई है, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति दी है और शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक योगदान दिया है। आर्थिक दृष्टि से भीलवाड़ा का वस्त्र उद्योग राज्य के राजस्व, निर्यात आय और औद्योगिक उत्पादन में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है। साथ ही, यह उद्योग लघु एवं मध्यम स्तर की इकाइयों को भी सहारा देता है, जिससे स्थानीय व्यापार और परिवहन को भी लाभ होता है। हालाँकि, ऊर्जा संकट, पर्यावरणीय दबाव और वैश्विक प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियाँ इसके सामने मौजूद हैं। इस शोध का उद्देश्य वस्त्र उद्योग के सामाजिक-आर्थिक योगदान का विश्लेषण करना और इसके सतत विकास के लिए नीतिगत सुझाव प्रस्तुत करना है।
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Published
2007-2025
How to Cite
ललित कुमार मीणा डाॅ. विनोद कुमार जांगिड़. (2025). राजस्थान में वस्त्र उद्योग का सामाजिक-आर्थिक योगदान: भीलवाड़ा जिले के विषेष संदर्भ में . International Journal of Economic Perspectives, 18(12), 126–133. Retrieved from https://ijeponline.com/index.php/journal/article/view/1040
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