इंदौर संभाग के आदिवासी महिलाओं पर स्वयं सहायता समूहों के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव का अध्ययन

Authors

  • कु नीलू बेन प्रोफेसर डा नीरज तोपखाने

Abstract

 


आधुनिक समय में आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण की चिंता ने अपनी सामाजिक प्रासंगिकता के कारण कई समाजशास्त्रियों का ध्यान आकर्षित किया है। सामान्य रूप से महिलाओं की स्थिति पर अच्छी संख्या में अध्ययन किए गए हैं। अधिकांश अध्ययन महिलाओं की स्थितिए शिक्षा और रोजगार से संबंधित है। आदिवासी महिलाओं पर विभिन्न समाजशास्त्रीय अध्ययन अब उपलब्ध हैं। विशेष रूप से आदिवासी महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी पर अध्ययन बहुत कम ही मिलते हैं। इस उद्देश्य के लिए एक व्यवस्थित समाजशास्त्रीय अध्ययन इस समय की मांग है। इस लिए शोधार्थी ने आदिवासी महिलाओं पर स्वयं सहायता समूहों के प्रभाव के संदर्भ में एक अनुभवजन्य अध्ययन करने की कोशिश की है। इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश राज्य के इंदौर संभाग के चयनित जिले में आदिवासी महिलाओं पर स्वयं सहायता समूहों के सामाजिक और आर्थिक प्रोफाइल का विश्लेषण करना है। और साथ ही मध्यप्रदेश राज्य के इंदौर संभाग के चयनित जिले में आदिवासी महिलाओं के आर्थिक विकास पर स्वयं सहायता समूह की प्रभावशीलता का भी अध्ययन करना है।

Published

2007-2024

How to Cite

कु नीलू बेन प्रोफेसर डा नीरज तोपखाने. (2023). इंदौर संभाग के आदिवासी महिलाओं पर स्वयं सहायता समूहों के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव का अध्ययन. International Journal of Economic Perspectives, 17(4), 165–177. Retrieved from https://ijeponline.com/index.php/journal/article/view/608

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