बहुभाषी शिक्षा की अनिवार्यता और मातृभाषा आधारित शिक्षा
Abstract
भारत की भाषाई विविधता इसकी समृद्ध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री का प्रमाण है, फिर भी इस विविधता को इसके शैक्षिक ढांचे में पूरी तरह से एकीकृत नहीं किया गया है। विशेषकर शहरी केंद्रों में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा का प्रचलन, मातृभाषा आधारित शिक्षा के संभावित लाभों को कम कर देता है। यह शोध पत्र भाषाई विविधता को सुरक्षित रखने, अधिगम को बढ़ावा देने तथा स्कूलों में समावेशिता को बढ़ावा देने के साधन के रूप में बहुभाषी शिक्षा और मातृभाषा-आधारित शिक्षा की अनिवार्यता पर प्रकाश डालता ळें