भारतीय लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों के अधिकार: चुनौतियाँ और भावी सम्भावनाएँ
Abstract
लोकतंत्र विष्व की विषाल, सुन्दर और प्राचीनतम व्यवस्था है, जिसमें समस्त नागरिकों को समान अधिकार प्रदत्त है, जिसे हम लोकतंत्र की जीत भी कह सकते हैं। यदि हम कानूनी दायरे में हैं तो प्रत्येक कार्य की स्वतन्त्रता हमें प्राप्त है। लोकतंत्र बहुमत का शासन है लेकिन साथ ही अल्पसंख्यकों की गरिमा भी बनाए रखना और सुरक्षित रखना हमारा संविधान गारन्टी देता है। अल्पसंख्यकों के हितों के लिए विषेष प्रावधानों की अनुषंसा करता है। आज यह वर्ग षिक्षा और आर्थिक अवसरों व संसाधनों की कमी के कारण अत्यधिक प्रभावित है। कई चुनौतियाँ धार्मिक, कानूनी, न्यायिक आदि इनके समक्ष है, साथ ही आवष्यकता इनके लिए भावी सम्भावनाओं की खोज कर इनके लिए विषेष योजनाओं को कार्यान्वित कर इन्हें लाभान्वित किया जा सकता है। मेरा शोध पत्र इसी विचार को प्रस्तुत करते हुए इनकी चुनौतियां और भावी सम्भावनाएँ व्यक्त करता है।