मध्यकालीन भारत में यातायात तथा परिवहन

Authors

  • डॉ. समीर कुमार वर्मा

Abstract

-यातायात एवं परिवहन किसी भी देश एवं संस्कृति के विकास का महत्वपूर्ण साधन होता है। एक अच्छी यातायात एवं परिवहन प्रणाली वस्तुओं एवं विचारों के आदान-प्रदान को सुगम बनाती है तथा अंतर-क्षेत्रीय समन्वय को बढ़ावा देने में सहायता करती है। इस प्रकार की सुविधाएं न केवल आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने का कार्य करती हैं बल्कि उनसे लाभान्वित भी होती हैं। आरंभिक समय में संचार को यातायात एवं परिवहन प्रणाली का एक प्रमुख घटक माना जाता था। प्रत्येक स्थान एवं काल में संचार और परिवहन सुविधाओं के मध्य अन्योन्याश्रयता का स्तर हमेशा उच्च होता है।

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Published

2007-2024

How to Cite

डॉ. समीर कुमार वर्मा. (2016). मध्यकालीन भारत में यातायात तथा परिवहन. International Journal of Economic Perspectives, 10(1), 71–78. Retrieved from https://ijeponline.com/index.php/journal/article/view/112

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