भारतीय समाज पर सूफी एवं भक्ति आंदोलन का प्रभाव
Abstract
विविधता भारतीय समाज की विशेषता है। भारतीय समाज अनेक संस्कृतियों के सम्मिलन का केंद्र है। वर्तमान भारतीय समाज लंबी सांस्कृतिक विरासत का परिणाम है। प्राचीन काल में सिंधु सभ्यता से लेकर वर्तमान अधुनातन प्रवृत्तियों को समेटे हुए भारतीय समाज एक विशिष्ट सामाजिक परंपरा लिए हुए संपूर्ण विश्व में अपनी पहचान स्थापित किए हुए है। वर्तमान बहुलता आधारित भारतीय सामाजिक व्यवस्था पर मध्यकालीन सूफी एवं भक्ति आंदोलन का व्यापक प्रभाव दृष्टिगोचर होता है। सूफी एवं भक्ति आंदोलन के परिणामस्वरुप ही सुधारवादी सहिष्णु भारतीय समाज का निर्माण संभव हो पाया है जिसने भारतीय नवजागरण के मार्ग को भी प्रशस्त किया।